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Showing posts with the label GK

मेक इन इंडिया और मेड इन इंडिया में क्या फर्क हैं ?

  मेक इन इंडिया (Make In India) और मेड इन इंडिया (Made In India) में क्या फर्क हैं ?  1:- Make In India एक FDI अभियान हैं जिसे कुछ साल पहले ही launch किया गया था।  2:- Made In India कई सालों से देश की उन्नति में और देश की पहचान बनाने में काम आ रहा हैं।  :- Make In India अभियान को 2014 में उतारा गया था। इस अभियान के तहत देश में विदेशी निवेश के लिए उचित वातावरण बनाना था। इस अभियान के तहत देश में आसानी से व्यापार करने के लिए सभी व्यवस्थाएँ मुहैया करायी जानी हैं।  :- आपको बता दे की Make In India 25 व्यापारी Sectors की तरफ ज्यादा ध्यान देता हैं और इससे भारतीय अर्थव्यवस्था को काफी मदद मिलती है।  भारत में Apple, Xiaomi, GM, Samsung इत्यादि कंपनियां Make In India कंपनियां है।  :- Made In India एक अलग ही Branding है जिससे भारत में उत्पादित Products को एक अलग ही पहचान मिलती है। इस Strategy के तहत घरेलू Brands हर तरह से भारत मे उपस्थित श्रम, तकनीक और Factory की जगह की मदद से अच्छे तरीके से भारत मे चीज़े बना भी सकेगा और बेच भी सकेगा।  :- भारत की Amul, Parl...

यदि 5 सेकेंड के लिए धरती से ऑक्सीजन गायब हो जाए तो क्या होगा ?

 यदि 5 सेकेंड के लिए धरती से ऑक्सीजन गायब हो जाए तो क्या होगा ?  नमस्कार दोस्तों, आज फिर से आप सभी का स्वागत करता हू,  दोस्तों आज आप सभी को जानकर हैरानी होंगी की यदि इस पूरे धरती पर कुछ पल के लिए ऑक्सीजन ना हो तो हम सभी को कौन - कौन से मुसीबतो का सामना करना पड़ सकता हैं, आशा करता हू की आप सभी को ये पोस्ट ज़रूर पसंद आयी होगी।  1:- ऑक्सीजन ना होने से पूरे धरती पर अंधेरा छा जायेगा।  2:- समुद्र का सारा पाना भाप बन कर उड़ जायेगा जिसकी वजह से पूरे धरती पर कोई भी जीव नहीं जी सकता।  3:- पूरी दुनिया में सबके कानों के परदे फट जायेंगे, क्योंकि 21% ऑक्सीजन के अचानक लुप्त होने से हवा का दबाव बड़ जायेगा।  4:- हर जीवित कोशिका फूल कर फट जायेगी। इसलिए हम सांस ना लेने की वजह से नहीं बल्कि फूलने की वजह से मर जायेंगे।  5:- धातुओं के टुकड़े बिना वेल्डिंग के ही आपस में जुड़ जायेंगे।  6:- धरती बहुत ज्यादा ठंडी हो जायेगी।  7:- हमारे पैरों तले की जमीन खिशक कर 10-15 किलोमीटर नीचे चली जायेगी।  अब आप सभी अच्छी तरीके से जान गये होंगे की ऑक्सीजन हमारे लिए कित...

What Is Unified Payment Interface (UPI) & How It Works ?

  What Is Unified Payment Interface (UPI) & How It Works ?  UPI Stands For Unified Payment Interface Is An Immediaet Real-Time Payment System Developed By The National Payments Corporation Of India (NCPI).  It Allows Users Of UPI To Create Virtual Addresses Which Look Like Email Addresses. (E.G SANKARCN@SBI).  All The Virtual Addresses And Their Associated Real Addresses Are Stored In A Central Repository Of UPI.  The Banks Can Use This Addresses Translation To Resolve Virtual Addresses For Fund Transfers.  How UPI Works ?  To Process A UPI Transaction, The Following Entities Are Involved : 1:- Payer App/PSP:  PSP Stands For Payment Service Provider.  Payer PSPs Are Apps That Allow Customers To Initiate/Complete Transaction. For Example :- GPay,Phonepe, Paytm, Freecharge Etc.  NPCI Takes Care Of The Apps Certification And As Of Now There Are 20+ Third Party Apps Certified By NPCI For Issuing UPI Handles.  However, All These UPI ...

जीन किसे कहते हैं ? संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए ।

जीन किसे कहते हैं ? संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए ।   उत्तर :- सभी जीवों में आनुवंशिक लक्षणों का नियंत्रण एवंं संचरण आनुवंशिक इकाइयों द्वारा होता है। मेण्डल ने इन इकाइयों को कारक (Factor) कहा था। तथा जोहनसन ने इनके लिए जीन शब्द का प्रयोग किया।                                        जीन की विशेषताएँ   1 :- जीन गुणसूत्र के क्रोमोनीमा पर माला के मोतियों के समान रैखिक क्रम में लगी रचनाएँ हैं जो आनुवंशिक लक्षणो ं का नियंत्रण करती हैं।  2 :- जीन संचरण की इकाई (unit of transmission) हैं जो जनक से संतानो में पहुँचती हैं।  3 :- जीन उप्तरिवर्तन की इकाई (unit of mutation) हैं जिनकी संरचना में परिवर्तन होता रहता है।  4 :- जीन कार्यिकी की इकाई (physiological units) हैं। ये जीवों के विभिन्न लक्षणों का नियंत्रण करती हैं।  5 :- जीन DNA का वह भाग है जिसमें एक प्रोटीन  या   पाॅलिपेप्टाइड श्रृंखला के  संश्लेेेषण की सूचना होती है।  आशा करता हू दोस्तो...

दैनिक जीवन में ph का महत्व

 दैनिक जीवन में ph का महत्व :-  दैनिक जीवन में ph का महत्व :-   1:- हमारे पाचन तंत्र का ph :- हमारे उदार स्थित HCL अम्ल भोजन के पाचन में सहायक होता हैंं, अधिक मात्रा में HCL का उत्पादन, उदर में गम्भीर दर्द व जलन उत्पन्न कर देता है। जिससे मुक्त होने के लिए प्रतिअम्ल (antacid) लेना पड़ता है। यह HCL की अधिक मात्रा को अभिक्रिया द्वारा उदासीन कर देता है। मिल्क ऑफ मैग्नीशिया (मैग्नीशियम हाइड्राक्साइड) प्रतिअम्ल का एक अच्छा उदाहरण है।  ‌ 2:-   ph परिवर्तन के कारण दंत-क्षय :- मुॅंह के ph का मान 5.5 से कम अर्थात अधिक अम्लीय होने पर दाॅंतों का क्षय प्रारंभ हो जाता है। दाॅंतों की सुरक्षा के लिए, दाॅंतों पर कैल्शियम फाॅस्फेट का एनैमल होता है, जिसका ph, 5.5 से कम होने पर संक्षारण हो जाता है। उचित दंत-मंजन (क्षारीय प्रकृति का होने के कारण) के प्रयोग द्वारा दंत-क्षय को रोका जा सकता है।  ‌3:- पशुओं एंव पौधों द्वारा उत्पन्न रसायनों से आत्मरक्षा :- मधुमक्खी के डंक मे अम्ल होता है, जो इसके द्वारा काटने पर यह हमारे शरीर में प्रविष्ट कर जाता है, जिससे हमे जलन व ...

लिंग गुणसूत्र का क्या अर्थ है ?

  लिंग गुणसूत्र का क्या अर्थ है ?   लिंग गुणसूत्र का क्या अर्थ है ?   लिंग गुणसूत्र मनुष्य की सभी कायिक तथा जनन कोशिकाओं में 46 गुणसूत्र होते हैं। इनमें से 44 गुणसूत्रों के 22 समजात जोड़े होते हैं, जिन्हें ऑटोसोम्स (autosomes) कहते हैं।  शेष एक जोड़ा गुणसूत्र लिंग गुणसूत्र कहलाते हैं। पुरुष तथा स्त्री में यह गुणसूत्रों का जोड़ा एक-दूसरे से भिन्न होता है। पुरुष में इस जोड़े (23वें जोड़े) के दोनों गुणसूत्र एक-दूसरे से भिन्न होते हैं, जिनमें से एक छोटा तथा दूसरा बड़ा होता है।  इस प्रकार ये हेटरोसोम्स (heterosomes) हैं। इनमें से बड़ा 'X' तथा छोटा 'Y' गुणसूत्र कहलाता है। स्त्री में दोनों लिंग गुणसूत्र भी समजात तथा 'X' प्रकार के होते हैं।  इस प्रकार :-  1 :- पुरुष की जनन कोशिका में 22 जोड़ा + XY = 46 गुणसूत्र  तथा  2 : - स्त्री की जनन कोशिका में 22 जोड़ा + XX = 46 गुणसूत्र होते हैं,  अर्थात् मनुष्य में लड़के अथवा लड़की का होना इन्हीं लिंग गुणसूत्रों पर निर्भर करता है।  : - आशा करते है दोस्तों की यह पोस्ट आपको पसंद आयी होंगी, ऐसे ही...

मिश्रण किसे कहते हैं / मिश्रण के प्रकार ?

  मिश्रण किसे कहते हैं / मिश्रण के प्रकार ?  Vikas Education  मिश्रण - दो या दो से अधिक पदार्थो तत्व  या यौगिक किसी भी अनुपात मे मिलाने पर जो पदार्थ बनता है, उसे मिश्रण कहते है।  मिश्रण के प्रकार -  1- समांगी मिश्रण 2- विषमांगी मिश्रण  > मिश्रण बनने में कोई रसायनिक क्रिया नहीं होती है।  >> इसमें 1 से अधिक सूत्र पदार्थ होते हैं।  उदाहरण - जल और नमक का मिश्रण                    रेत और जल का मिश्रण 1-समांगी मिश्रण - जिस मिश्रण में उपस्थित अवयवों को पृथक रूप से नहीं देखा जा सकता है उसे समांगी मिश्रण कहते हैं ।   उदाहरण - नमक तथा जल का मिश्रण                   चीनी तथा पानी का मिश्रण 2 - विषमांगी मिश्रण - जिस मिश्रण में प्रत्येक भाग का संगठन तथा गुण धर्म समान नहीं होता तथा अवयवों को देखा नहीं जा सकता है, उसे विषमांगी मिश्रण कहते हैं।   उदाहरण - जल तथा रेत का मिश्रण               ...

डेटा ( DATA ) किसे कहते है ?

 डेटा ( DATA ) किसे कहते है ?   What Is A DATA ?  डेटा ( DATA ) - कम्प्यूटर को प्रयोगकर्ता के द्वारा दी जानेे वाली सूचना या जानकारी डेट ( DATA ) कहलाती हैैं । आधुुनिक कम्प्यूटर विभिन्न प्रकार का डेटा ग्रहण कर सकता हैं।  जैसे - सांख्यिकी डेटा (1023...), शाब्दिक डेटा (A,B,C, ; अ,आ,) आदि ।  Subscribe Us On :-  YouTube  

न्यूटन के नियम ( The Laws Of Newton)

                न्यूटन के नियम        ( The Laws Of Newton)  This Post By : Vikas Education  Date /14/Oct/2020   Time : 9:00 AM >>  न्यूटन के तीन नियम होते हैं :-  1:  न्यूटन का प्रथम नियम - प्रत्येक   वस्तु अपनी विराम अथवा एक समान गति की अवस्था बनाये रखना चाहती है, जब तक की उस पर कोई बाहरी असंतुलित बल कार्य न करे।  जैसे - मेज पर रखी पुस्तक,           काच की सतह पर लुढ़कता गोली आदि।  मात्रक किसे कहते है ?  2-   न्यूटन का दूसरा नियम - जब किसी वस्तु पर कोई असंतुलित बाहरी बल कार्य करता है तो उसमें उत्पन्न त्वरण  बल के समानुपाती और वस्तु के द्रव्यमान  के व्युत्क्रमानुपाती होता है तथा त्वरण की दिशा बल की दिशा मे होती है।  Note - न्यूटन के द्वितीय नियम से बल की माप ज्ञात होती है 3-  न्यूटन का तीसरा नियम -  प्रत्येक क्रिया के विपरीत और बराबर प्रतिक्रिया होता है ।  जैसे -  आदमी का जम...

मात्रक किसे कहते हैं ? मात्रक के प्रकार , और उसके फार्मूला ।

                  मात्रक (Units)    1-  मात्रक (Unit)किसे कहते हैं ?  Ans- किसी भी भौतिक राशि के मापन के लिए चुनी गयी मानक राशि को, मात्रक कहते हैं।  2-  परिमाण (Magnitude)किसे कहते हैं ?  Ans- किसी राशि मे उसका मात्रक जितनी बार शामिल होता है, वह संख्या उस राशि का परिमाण कहलाता हैं।  3-  मूल मात्रक ( Fundamental Units) किसे कहते हैं ?  Ans- वैसे मात्रक ( लम्बाई, द्रव्यमान, समय आदि ) जो एक दूसरे से स्वतंत्र या अलग होते हैं, मूल मात्रक कहलाते है।  जैसे - द्रव्यमान का मात्रक 'ग्राम' , समय का मात्रक 'सेकेंड', लंबाई का मात्रक 'सेंटीमीटर हैं।  4-  व्युत्पन्न मात्रक (Derived Units) किसे कहते है ?  Ans - वैसी राशियाँ जो मूल मात्रको पर निर्भर करती है,  व्युत्पन्न मात्रक  कहलाता हैै ।  जैसे -   क्षेत्रफल का मात्रक 'वर्गमीटर', घनत्व का मात्रक 'किलोग्राम प्रति घन मीटर' आदि ।  Vikas Education Page :-  S.I के मूल मात्रक ( Fundamental Units of...